11 अप्रैल का नयी दुनिया दिल्ली संस्करण देखिए। आपको पता चल जाएगा कि डॉ वीरेन्द्र नाथ के रुप में बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह का डुप्लीकेट भी मौजूद है। लीजिए आप भी नयी दुनिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट के साथ इस गलती को देखिए।
हां,जिस सज्जन ने यह पेज बनाया और वो राजनाथ सिंह को नहीं पहचानते-ये है तो हैरान करने वाली बात। लेकिन,अगर ऐसा है तो राजनाथ सिंह के लिए ये खतरे की घंटी है...। भइया,जब अखबार वाले ही नहीं पहचान रहे तो क्षेत्र की जनता क्या खाक पहचानेगी।
It begins with self
6 days ago
upar se tapke netao ke saath yahi hota hae . samay aane de rajnaath apne ko khud nahi pahchanege
ReplyDeleteama ye to aapne bade door kee kaudee nikaalee hai lijiye jab akhbaar mein ye haal hai mil liyaa raaj in naath babu ko. bahut badhiya bhai.
ReplyDeleteजनाब वैसे अखबार तो होता ही गलतियों का पुलंदा है। यहां तो अखबार हो या फिर टीवी चैनल कई बार जिंदा इंसान को मार देते हैं तो फिर किसी और नेता के स्थान पर राजनाथ सिंह की फोटो लग गई तो क्या बड़ी बात है। गनीमत है कि राजनाथ की फोटो एक जिंदा इंसान के स्थान पर लगी है अगर किसी मरे हुए इंसान के स्थान पर भी लग जाती तो ये अपने भारतीय अखबार हैं, जय हो नई दुनिया की...और जय हो आपकी जिन्होंने कम से कम ऐसी गलती की तरफ ध्यान तो दिलाया, वरना लोगों को कोई मतलब ही नहीं रहता है।
ReplyDeleteवाह वाह
ReplyDeleteक्या गलती पकडी है
जय हो नई दुनिया की।
ReplyDeleteakhbaron me ye to samany galtiya h
ReplyDeletebadhai ho piyush ij
dr. bhanu pratap singh
Bakhsh deejiye piyush ji, kabhi kabhi galtiyan ho jati hain. akhbar wale bhi to dihadi majdoor hi to hain. mandi ke daur men kyon kisi ki naukari lene pe tule hain. U bhi chehra kisi ka bhi ho karam sare rajnetaon ke ek hi jaise hain isliye jyada chinta ki baat nahin.
ReplyDeletewell done sir!
ReplyDeletereal watch dog of media.