tag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post966290902679776061..comments2023-07-08T21:31:16.572+05:30Comments on पीयूष पाण्डे: कॉमेडी के बाजार में विशुद्ध व्यंग्य को पुनर्स्थापित करता ‘लापतागंज ’पीयूष पाण्डेhttp://www.blogger.com/profile/11829771563390877484noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post-77823967031653488722009-10-30T08:40:46.725+05:302009-10-30T08:40:46.725+05:30शरद जोशी जी क्रे व्यंग्य का जवाब नही । निश्चित ही ...शरद जोशी जी क्रे व्यंग्य का जवाब नही । निश्चित ही इसे सही ढंग से फिल्माया गया होगा ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post-56062853967096787012009-10-29T20:30:07.766+05:302009-10-29T20:30:07.766+05:30बहुत सही जानकारी मिली जी...जरूर देखेंगेबहुत सही जानकारी मिली जी...जरूर देखेंगेbhuvnesh sharmahttps://www.blogger.com/profile/01870958874140680020noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post-27943599847102032792009-10-29T19:28:52.090+05:302009-10-29T19:28:52.090+05:30aapse sahmat...bahut badhiya hai yah....aapse sahmat...bahut badhiya hai yah....शेफाली पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post-92214506984295317052009-10-29T11:33:50.189+05:302009-10-29T11:33:50.189+05:30बताने के लिये धन्यवाद,,, अब देखने की कोशिश करेंगे…...बताने के लिये धन्यवाद,,, अब देखने की कोशिश करेंगे… हम भी फ़ैन हैं शरद जोशी के…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post-84150421258806283422009-10-29T10:13:36.253+05:302009-10-29T10:13:36.253+05:30सचमुच मज़ा आ गया... मैने तो इसका कोई एपिसोड नहीं छ...सचमुच मज़ा आ गया... मैने तो इसका कोई एपिसोड नहीं छोड़ा है... टीवी पर फूहड़ कॉमेडी के इस दौर में साफ़-सुथरी कॉमेडी के लिए हमेशा जगह है... आम आदमी से जुड़ी ऐसी कहानियां जल्द ही हिट होती हैं.. और फिर शरद जोशी का तो कहना ही क्या...अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post-86410112904100499092009-10-29T08:48:11.767+05:302009-10-29T08:48:11.767+05:30हमें तो इस धारावाहिक का पता आप से लगा है। टीवी कम ...हमें तो इस धारावाहिक का पता आप से लगा है। टीवी कम ही देखने को मिलता है। कोशिश करते हैं अगले बुध को।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post-18194571927506430362009-10-29T08:15:58.725+05:302009-10-29T08:15:58.725+05:30मुझे तो चाभी है पडोस में के बाद ये दूसरा धारावाहिक...मुझे तो चाभी है पडोस में के बाद ये दूसरा धारावाहिक है जो कुछ पसंद आ रहा है..शरद जी के क्या कहने ..उनका साहित्य भी बहुत मनोरंजक है ..अच्छा लगा आपका आलेख पढ करअजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7428917939570378789.post-7352913443245436502009-10-29T07:56:53.774+05:302009-10-29T07:56:53.774+05:30सहमत हूँ आपसे.सहमत हूँ आपसे.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com